एक तरफ तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामले और दूसरी तरफ आसमान से बरसती आफत… कुल मिलाकर उत्तरप्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश और कई पूर्वोत्तर राज्य...
भूखे पेट, खाली खाता, सूनी थाली! मिड डे मील का राशन और पैसा बना ‘आपदा में अवसर”
इंसान को जीने के लिए जो सबसे बुनियादी चीजें चाहिए उनमें से एक है भोजन. अच्छा पेटभर भोजन मिले तो बच्चा स्वस्थ रहे. तंदुस्ती के...
वोट बैंक नहीं हैं दिव्यांग, इसलिए सरकार ने भी मूंद ली हैं आंखें!
कोरोना संकट है, देश आपातकाल जैसी हालत में पहुंच रहा है… फिर हम ठांठस बांधे हुए हैं कि बस कुछ दिन और.. फिर सब ठीक...
अगर मनरेगा ही एकमात्र सहारा है तो इसे मजबूत करना होगा!
देश के तत्कालीन और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सदन को संबोधित करते हुए कहते हैं— मेरी राजनैतिक सूझबूझ कहती है, मनरेगा कभी बंद मत करो....
#lockdown: कोरोना का कहर: रोज़ाना कमाने वालों की रोजी, रोटी, सेहत सब संकट में!
कोरोना वायरस सम्पूर्ण विश्व या यूं कहें तो मानव जाती के खतरा बन गया है , हिंदुस्तान ही नहीं पूरा विश्व कोरोना के कहर से...
#lockdown: अनाज लेकर कहां जाएगा हमारा किसान?
कोरोना वायरस के कारण पूरा देश लॉकडाउन है. इसका असर सबसे ज्यादा गरीबों, मजदूरों और किसानों पर पड़ता दिख रहा है. फसल तैयार है, पैदावार...
#lockdown: कमाई है नहीं, महंगाई भी आसमान पर
जब तक कोरोना वायरस की दवा नहीं बन जाती तब तक दुनियाभर में मौत का सिलसिला जारी रहेगा. भारत में इस मुसीबत को टालने की...
#lockdown: कंपनी वालों ने मजदूरों को भूख से मरते छोड़ा
कोरोना का कहर अब धीरे—धीरे पूरे देश को अपनी चपेट में ले रहा है. सरकार के तमाम प्रयास भी मरीजों की संख्या में हो रहे...
#lockdown: मजबूरी में मददगार बना मोबाइलवाणी
मझधार में तो अगर एक तिनके का सहारा भी मिल जाए तो वो भगवान दिखाई देता है. फिर तो इस वक्त देश—दुनिया कोरोना के मझधार...